Arun Jaitley Jayanti: 28 दिसंबर का दिन आता है और हमारे दिल में उभरते हैं भारत के एक कर्मठ नेता, विद्वान वक्ता और कुशल नीतिज्ञ – अरुण जेटली. आज उनकी जयंती है, एक ऐसा अवसर जब हम उनकी विरासत का स्मरण करते हैं और अनगिनत यादों को ताज़ा करते हैं.
कानून से राजनीति तक:
अरुण जेटली का रास्ता कानून की गलियों से होते हुए राजनीति के शोरगुल तक पहुंचा. एक मंझे हुए वकील से बने वो भाजपा के धुरंधर साबित हुए. उनकी तीखी बुद्धि, बेबाक तर्क और मृदु हास्य उनकी पहचान बन गए.
कई सरकारों का हिस्सा:
उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार से लेकर नरेंद्र मोदी सरकार तक कई अहम पदों को संभाला – वित्त मंत्री, रक्षा मंत्री, वाणिज्य मंत्री… हर भूमिका में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी. जीएसटी को लागू करना, मेक इन इंडिया को गति देना, रक्षा क्षेत्र को आधुनिक बनाना- ऐसे कई फैसले उनकी सूझबूझ के गवाह हैं.
शब्दों का जादूगर:
सिर्फ नीतिज्ञ ही नहीं, अरुण जेटली एक शानदार वक्ता भी थे. संसद के मंच पर उनकी दलीलें सुनना अपने आप में एक अनुभव था. उनके तर्क को सुनकर विरोधी भी दाद देते थे. उनका हर भाषण ज्ञानवर्धक, प्रेरक और दिल को छू लेने वाला होता था.
भले ही 2019 में उनका देहांत हुआ, पर उनकी यादें सदैव हमारे साथ हैं. उनकी सादगी, दृढ़ता और दूरदर्शिता हमारे लिए प्रेरणा बनी हुई है.