Vikram Sarabhai Punyatithi: 30 दिसंबर 1971 को, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक, डॉ. विक्रम साराभाई का निधन हो गया। उनका जन्म 12 अगस्त 1919 को अहमदाबाद में हुआ था।
साराभाई एक प्रतिभाशाली भौतिक विज्ञानी और खगोलशास्त्री थे। उन्होंने भारत में परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष अनुसंधान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1962 में, साराभाई ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की। उन्होंने भारत को एक अंतरिक्ष शक्ति बनने का सपना देखा था। उनके नेतृत्व में, ISRO ने कई सफल अंतरिक्ष मिशनों का संचालन किया।
साराभाई की मृत्यु के बावजूद, उनके सपने को पूरा किया गया। 1980 में, ISRO ने रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह भारत का पहला उपग्रह था।
साराभाई को भारत में एक राष्ट्रीय नायक के रूप में याद किया जाता है। उन्हें “भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक” के रूप में जाना जाता है।
साराभाई की पुण्यतिथि पर, हम उनके योगदान को याद करते हैं और उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं।
साराभाई के कुछ महत्वपूर्ण योगदान निम्नलिखित हैं:
- उन्होंने भारत में परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष अनुसंधान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की।
- उन्होंने भारत को एक अंतरिक्ष शक्ति बनने का सपना देखा।
- उनके नेतृत्व में, ISRO ने कई सफल अंतरिक्ष मिशनों का संचालन किया।
साराभाई के योगदान भारत के विकास में महत्वपूर्ण रहे हैं। उन्होंने भारत को एक आधुनिक और विकसित राष्ट्र बनने में मदद की है।