K. Subramaniam (19 जनवरी 1929 – 2 फरवरी 2011) एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक मामलों के विश्लेषक, पत्रकार और पूर्व भारतीय सिविल सेवक थे। उन्हें अक्सर “भारत के रणनीतिक मामलों के समुदाय के डोयन” और “भारत के परमाणु निवारक के प्रमुख वैचारिक चैंपियन” के रूप में जाना जाता था।
Subramaniam का जन्म 19 जनवरी 1929 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में डॉक्टरेट की उपाधि भी प्राप्त की।
Subramaniam ने 1950 के दशक में भारतीय विदेश सेवा में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया, जिसमें लंदन में भारत के उच्चायुक्त के रूप में कार्य करना शामिल है। 1974 में, उन्होंने भारतीय विदेश सेवा से इस्तीफा दे दिया और थिंक टैंक, इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (IDSA) में शामिल हो गए।
Subramaniam IDSA के संस्थापक निदेशक थे। उन्होंने 1974 से 1981 तक इस पद पर कार्य किया। उन्होंने IDSA के माध्यम से भारत के रणनीतिक मामलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई प्रमुख नीतिगत दस्तावेज लिखे और भारत के परमाणु निवारक के विकास का समर्थन किया।
Subramaniam एक लोकप्रिय पत्रकार भी थे। उन्होंने कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लिखा, जिसमें द हिंदू, द टाइम्स ऑफ इंडिया और फाइनेंशियल एक्सप्रेस शामिल हैं। उन्होंने भारत के रणनीतिक मामलों पर कई पुस्तकें भी लिखी हैं।