Lala Lajpat Rai Punyatithi: आज 17 नवंबर, 2023 को भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि है। लाला लाजपत राय को “पंजाब केसरी” के नाम से भी जाना जाता है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे। बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ मिलकर इन्हें “लाल-बाल-पाल” के नाम से जाना जाता है।
लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब के मोगा जिले के धुडिकी गांव में हुआ था। उन्होंने लाहौर के राजकीय कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वे वकालत करने लगे।
लाला लाजपत राय बचपन से ही देशभक्त थे। उन्होंने अपने जीवन में भारत की स्वतंत्रता के लिए कई आंदोलन किए। उन्होंने आर्य समाज के प्रचार-प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन के विरोध में भारतव्यापी आंदोलन का नेतृत्व किया। 30 अक्टूबर, 1928 को लाहौर में हुए एक प्रदर्शन के दौरान अंग्रेज पुलिस ने उन पर बेरहमी से लाठी चार्ज किया। इस लाठी चार्ज में लाला लाजपत राय बुरी तरह से घायल हो गए और 17 नवंबर, 1928 को उनकी मृत्यु हो गई।
लाला लाजपत राय की मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। उनकी मृत्यु के बाद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु और सुखदेव जैसे क्रांतिकारियों ने उनका बदला लेने के लिए सशस्त्र आंदोलन शुरू किया।
लाला लाजपत राय का जीवन भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। उनकी वीरता और देशभक्ति ने देश के लाखों लोगों को प्रेरित किया।
लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर हम उन्हें शत शत नमन करते हैं। उनके आदर्शों पर चलकर हम भारत को एक महान और शक्तिशाली देश बना सकते हैं।
लाला लाजपत राय के कुछ अनमोल विचार
- “जो लोग अपने देश से प्यार नहीं करते हैं, वे इंसान नहीं हैं, बल्कि पत्थर हैं।”
- “देश की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है।”
- “स्वतंत्रता बिना संघर्ष के नहीं मिल सकती।”
- “जो लोग अपनी स्वतंत्रता के लिए मरने के लिए तैयार नहीं हैं, वे उसे पाने के लायक नहीं हैं।”